(193 )
प्यार का जादू चलाना छोड़ दो
इस तरह से दिल जलाना छोड़ दो
है बहुत नाजुक हमारा दिल सनम
रूप की बिजली गिराना छोड़ दो
(194 )
दो ह्दय जो मिले प्रेम के हैं सुमन
बन कमल दल खिले प्रेम के हैं सुमन
उम्र भर प्यार की चाह दिल में रहे
भूल जाओ गिले प्रेम के हैं सुमन
(195 )
तुम्हारा प्यार भाता है लुभाता है
हमेशा राह सच्ची ये दिखाता है
नही है खून का पर लग रहा हमको
हमारा आपसे अनमोल नाता है
डॉ अर्चना गुप्ता