(49 )
जिन्दगी ने किया किनारा है
आपने तब हमें पुकारा है
अब भला क्या वफा निभायें हम
वक्त ये आखिरी हमारा है
(50 )
ज़िन्दगी ने बहुत सजाया है
हर कदम पर हमें हँसाया है
हारने भी नहीं दिया हमको
जीतना ही हमें सिखाया है
(51)
ज़िन्दगी ने बहुत सताया है
हर कदम पर हमें रुलाया है
जीतने भी नहीं दिया हमको
हार का हार ही दिलाया है
डॉ अर्चना गुप्ता