ये अश्क होते मोती
यदि आँख तेरी रोती
लेता पिरो मै उनको
जो प्रीत डोर होती
मै बांसुरी सा बजता
तू होश अपने खोती
दिल हार के मैं हँसता
तू जीत कर भी रोती
मैं नींद तेरी बनता
तू ख्वाब बस संजोती
मै चांदनी ले आता
बन रातरानी सोती
डॉ अर्चना गुप्ता
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Nice.. keep sharing more cool updates buddy……
thanx
very beautiful words..deeply touched!
thanx so much
Good one.
thanx