(91 )
प्यार में अब गुनगुनाना चाहता है
आज दिल तन्हा बिताना चाहता है
ये तुम्हारी याद के लेकर सहारे
इश्क़ में बस डूब जाना चाहता है
(92 )
यही प्रीत बनी जीत हमें आज मिले आप
सजे होंठ मधुर गीत हमें आज मिले आप
खिले फूल सजी सेज उगा चाँद दबे पाँव
ह्रदय झूम कहे मीत हमें आज मिले आप
(93 )
प्यार हो जाये कहाँ, कब जानते हैं
प्यार में है दर्द ये सब जानते है
पा लिया है साथ हमने आपका जब
प्यार है अनमोल हम अब जानते हैं
डॉ अर्चना गुप्ता